हिंदू कैलेंडर के अनुसार 2 मार्च को फाल्गुन शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथि है। वहीं 8 मार्च को चतुर्दशी रहेगी। फाल्गुन माह के शुक्लपक्ष के इस सप्ताह में 4 दिन महत्वपूर्ण तीज-त्योहार रहेंगे। हफ्ते की शुरुआत सप्तमी से हो रही है। इसके अगले ही दिन मासिक दुर्गाष्टमी है। इस दिन कन्या पूजन और व्रत का विधान है। इसके बाद 6 मार्च को एकादशी व्रत रहेगा। जिसे रंगभरी एकादशी या आंवला एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन से देश के कई हिस्सों में होली का माहौल बनने लग जाता है। इसके अगले दिन नरसिंह देवता को समर्पित द्वादशी व्रत किया जाता है। इसके बाद प्रदोष व्रत रहेगा। इस बार शनिवार को त्रयोदशी तिथि होने से ये व्रत और भी खास रहेगा।
2 से 8 मार्च तक का पंचांग
2 मार्च, सोमवार - फाल्गुन शुक्ल सप्तमी,
3 मार्च, मंगलवार- फाल्गुन शुक्ल अष्टमी, दुर्गाष्टमी
4 मार्च, बुधवार - फाल्गुन शुक्ल नवमी,
5 मार्च, गुरुवार - फाल्गुन शुक्ल दशमी,
6 मार्च, शुक्रवार - फाल्गुन शुक्ल एकादशी एवं द्वादशर, आमलकी एकादशी, रंगभरी ग्यारस, नरसिंह द्वादशी
7 मार्च, शनिवार - फाल्गुन शुक्ल त्रयोदशी, शनि प्रदोष
8 मार्च, रविवार - फाल्गुन शुक्ल चतुर्दशी,
इस सप्ताह के महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त
इन 7 दिनों में खरीदारी या कोई महत्वपूर्ण काम करने के लिए 6 दिन शुभ मुहूर्त आ रहे हैं। इस सप्ताह तिथि, वार और नक्षत्रों से मिलकर 3 दिन सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। इसके साथ ही सूर्य और चंद्रमा की स्थितियों से रवियोग भी बन रहा है। इन शुभ योगों में किए गए कामकाज में फायदा और सफलता मिलती है।
सर्वार्थसिद्धि योग - 2 मार्च, सोमवार
रवियोग - 3 मार्च, मंगलवार
सर्वार्थसिद्धि और रवियोग - 4 मार्च, बुधवार
सर्वार्थसिद्धि और रवियोग - 5 मार्च, गुरुवार
रवियोग - 6 मार्च, शुक्रवार
रवियोग - 8 मार्च, रविवार